sarkari exam: प्राइमरी अध्यापक कैसे बने, Primary adhyapak kaese Bane, how to become a primary teacher
sarkari exam: प्राइमरी अध्यापक कैसे बने| Primary adhyapak kaese Bane| प्राइमरी अध्यापक बनना आमतौर पर उन लोगों के लिए संभव होता है जो बच्चों के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं और उन्हें सिखाने और समझाने में रुचि रखते हैं। अधिकतर लोगों को शिक्षा विभाग में अपना करियर बनाने के लिए प्राइमरी अध्यापक के पद का चयन किया जाता है। इस लेख में हम प्राइमरी अध्यापक कैसे बन सकते हैं, उसकी योग्यता और प्रक्रिया के बारे में बात करेंगे।
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प्राइमरी अध्यापक कौन होता है?
प्राइमरी अध्यापक सामान्यतया बच्चों की उम्र 6 से 12 साल के बीच होते हैं जिन्हें प्राथमिक शिक्षा का आधार दिया जाता है। वे बच्चों को बुनियादी विषयों में सिखाते हैं जैसे कि अंग्रेजी, हिंदी, गणित, विज्ञान आदि।
प्राइमरी अध्यापक कैसे बन सकते हैं?
प्राइमरी अध्यापक बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं और प्रक्रिया निम्नलिखित हैं।
शैक्षिक योग्यताएं
प्राइमरी अध्यापक बनने के लिए अनिवार्य शैक्षिक योग्यता निम्नलिखित है:
1. शैक्षिक योग्यता: प्राथमिक अध्यापक बनने के लिए, आपको कम से कम 12 वीं कक्षा पास होना चाहिए। आपके पास शैक्षिक योग्यता होना आवश्यक है, जो आमतौर पर किसी भी शैक्षिक बोर्ड से हो सकता है। इसके अलावा, आपको बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) या डीएलएड (डिप्लोमा इन एजुकेशन) की डिग्री होनी चाहिए।
2. पात्रता परीक्षाओं की उत्तीर्णता: प्राथमिक शिक्षक के पद के लिए, आपको कुछ राज्य स्तरीय पात्रता परीक्षा (TET) प्रथम या केंद्र स्तरीय पात्रता परीक्षाओं (CTET) प्रथम में उत्तीर्ण होना होगा।
प्राइमरी अध्यापक के लिए आवेदन
शैक्षिक योगिता पूर्ण रखने वाले अभ्यार्थी प्राइमरी के अध्यापक बनने के इच्छुक अभ्यर्थी राज्य की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर इसका आवेदन कर सकते हैं, कुछ राज्य प्राइमरी अध्यापकों के लिए ऑफलाइन आवेदन मांगते हैं एवं कुछ राज ऑनलाइन आवेदन मांगते हैं। जिसके लिए अभ्यर्थियों को राज्य के समाचार पत्रों एवं इंटरनेट आदि माध्यमों से जानकारी प्राप्त करनी आवश्यक है।
आवेदन हेतु शुल्क
प्राइमरी अध्यापक हेतु आवेदन करने के लिए राज्य द्वारा आवेदन शुल्क मांगा जाता है जोकि भिन्न-भिन्न हो सकता है कुछ राज्यों में आवेदन शुल्क न्यूनतम शून्य होता है। इसके लिए आवेदन कि विज्ञप्ति को ध्यानपूर्वक पढ़कर जान सकते हैं कि आवेदन शुल्क कितना और किस प्रकार मांगा गया है।
प्राइमरी अध्यापक का वेतन
सरकारी प्राइमरी अध्यापक का वेतन सरकार द्वारा निर्धारित एक निश्चित ग्रेड पे में होता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में इस ग्रेड पे की स्थिति अलग-अलग होती है, लेकिन सामान्य रूप से प्राइमरी अध्यापक का वेतन 7वें ग्रेड पे में होता है।
7वें ग्रेड पे का वेतन भी भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होता है, इसलिए इसकी आधिकारिक जानकारी आपको अपने राज्य के शैक्षणिक विभाग से प्राप्त करनी चाहिए। हालांकि, सामान्य रूप से, 7वें ग्रेड पे का वेतन प्रतिमाह लगभग 20,000 से 40,000 रुपये तक होता है।
प्राइमरी अध्यापक का मिलने वाले भत्ते
प्राइमरी अध्यापकों को सरकार द्वारा अलग-अलग भत्ते दिए जाते हैं जो उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करते हैं। ये भत्ते उनके वेतन के अलावा दिए जाते हैं। कुछ मुख्य भत्ते निम्नलिखित हैं:
1. डियरेंस भत्ता: यह भत्ता सभी सरकारी अध्यापकों को दिया जाता है। इस भत्ते का उद्देश्य अध्यापकों को विभिन्न खर्चों के लिए अतिरिक्त धनादेश मिलना होता है। इस भत्ते की राशि अलग-अलग राज्यों और क्षेत्रों में भिन्न हो सकती है।
2. हाउस रेंट भत्ता: यह भत्ता सभी सरकारी अध्यापकों को दिया जाता है जो किराएदार होते हैं। इस भत्ते का उद्देश्य अध्यापकों को अपने किराए के लिए पूर्णता नहीं देने की स्थिति से बचाना होता है।
3. ट्रांसपोर्ट भत्ता: यह भत्ता सभी सरकारी अध्यापकों को दिया जाता है जो स्कूल जाने के लिए दैनिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं। यह भत्ता उनके अगले महीने के वेतन से कटाकर दिया जाता है।